बेमेतरा 04 अगस्त 2021राज्य सरकार की ग्राम सुराजी योजना के अंतर्गत गोठानों में पशुओं को वर्षभर हरा चारा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्वेश्य से जिले में कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा, पशुपालन विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जनपद पंचायत बेमेतरा तथा नवागढ़ ब्लाॅक में स्वसहायता समूह की महिलाओं को वर्षभर चारा उत्पादन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दौरान बेमेतरा ब्लाक के 47 ग्राम पंचायतो की 47 स्वसहायता समूह को एवं नवागढ़ ब्लाक के 45 ग्राम पंचायतो की 45 स्वसहायता समूह को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन स्वसहायता समूहो की उपस्थिति और अधिक हुइ्र्र।इस प्रशिक्षण में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा डाॅ. जी. पी. आयम के मार्गदर्शन में वैज्ञानिक डाॅ. प्रज्ञा पाण्डेय, इ. जितेन्द्र जोशी ने चारा उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीक पर प्रशिक्षण दिया। इसमें वर्षभर चारा उत्पादन के विषय पर विस्तार से प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण दिया गया। खरीफ की मुख्य चारा फसल जैसे-नेपियर, ज्वार, मक्का, लोबिया, रबी मौसम में बरसीम, जई एवं जायद में सोरघम सूडान के उत्पादन की वैज्ञानिक विधि पर प्राकश डाला गया। जनपद पंचायत नवागढ़ में कृषि विज्ञान केन्द के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख द्वारा वर्मी कम्पोस्ट बनाने की तकनीक पर भी प्रकाश डाला। साथ ही साथ हरे चारे से है और साइलेज बनाने तकनीक के बारे में भी विस्तार से बताया गया, जिससे वर्षभर अतिरिक्त उत्पादित हरे चारे को ग्रीष्म ऋतु के लिए परिरक्षित किया जा सकता है। चारा फसल उत्पादन की वैज्ञानिक विधि संबंधी अध्ययन सामग्री भी स्वसहायता समूहो को बांटी गई।