रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिजाब विवाद पर बड़ा बयान दिया है। शनिवार को उन्होंने कहा विवाद की शुरूआत करने वालों को पता नहीं है कि इसका हश्र क्या होगा। यह बातें दोनों समुदायों के बीच बैठकर हल कर लेनी चाहिए थी। विवाद से यह राष्ट्रीय समस्या बन गई है। उन्होंने पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के शराबबंदी नहीं करने के बयान का समर्थन किया और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे को रेकी करने का प्रवास कहा। बोले कि वो बेचने लायक चीज देखने आए थे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार पर निकलने से पहले रायपुर में पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कही। उन्होंने कहा, दुनियाभर के सताए हुए जाति-धर्म के लोगों को हिंदुस्तान में जगह मिली। हम अपने लोगों के साथ अब किस प्रकार से व्यवहार कर रहे हैं। कट्टरता चाहे इधर की हो या उधर की। दोनों ही हमारे लिए नुकसानदायक हैं। इससे समाज का ही नुकसान होना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह बहुत संवेदनशील मामला है। पारिवारिक सामाजिक मामला है, इसको बैठकर हल करना चाहिए। हर बात पर आप न्यायालय जाएंगे, इसको राजनीतिक मुद्दा बनाएंगे तो हमारा देश कहां जा रहा है। हम किस दिशा में जा रहे हैं। क्या हम इसी तरह लड़ाइयां लड़ते रहेंगे। बच्चे हमारे हैं, हमारा भविष्य हैं लेकिन वे हमारा प्रतिनिधित्व नहीं करते। जो नेतृत्व करने वाले लोग हैं, उनकी जिम्मेदारी है कि ऐसे मामलों को आपस में बैठकर सुलझा लेना चाहिए, न कि उनको हवा देना चाहिए।