जिले में संचालित कन्या आश्रम-छात्रावासों में छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था एवं आवश्यक सुविधाओं की जांच के लिए कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला द्वारा प्रत्येक विकासखण्ड के लिए चार से पांच महिला अधिकारियों की टीम गठित की गई है, जिनके द्वारा कन्या आश्रम-छात्रावासों में जाकर आकस्मिक जांच किया जा रहा है, साथ ही छात्राओं से चर्चा कर उनकी सुरक्षा व्यवस्था एवं सुविधा के संबंध में जानकारी भी लिया जा रहा है तथा गुड टच एवं बैड टच और आत्मरक्षा के लिए कराटे एवं स्वास्थ्य के लिए योगा की जानकारी भी दिया जा रहा है।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला की अध्यक्षता में आज जांच टीम के महिला अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिनके आधार पर 07 आश्रम-छात्रावासों के अधीक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया, साथ ही आश्रम-छात्रावासों की साफ-सफाई में कोताही बरतने वाले दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने के लिए आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त को निर्देशित किया गया है। कलेक्टर द्वारा सभी आश्रम-छात्रावासों में खाना एवं नाश्ता का उचित समय निर्धारित करने, प्रत्येक छात्रावास में शिकायत पेटी लगाने, शौचालय एवं स्नानागार को दुरूस्त करने तथा शौचालय की साफ-सफाई के लिए स्वीपर की व्यवस्था करने, खिड़कियों में मच्छर से बचाव के लिए जाली लगाने, सभी आश्रम-छात्रावासों में मच्छरदानी का उपयोग करने, बिजली कनेक्शन एवं आंतरिक विद्युतीकरण की जांच करने, बर्तनों की स्थिति की जांच करने, बच्चो के सोने के चादर की नियमित साफ-सफाई कराने के लिए निर्देशित किया गया। अति जर्जर आश्रम-छात्रावासों की मरम्मत कराने के लिए प्रांक्कलन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं। उनके द्वारा सभी एसडीएम को भी अपने क्षेत्र के आश्रम-छात्रावासों की जांच करने के लिए कहा गया है।
बैठक में जानकारी देते हुए जांच टीम के अधिकारियों ने बताया कि उनके द्वारा आश्रम-छात्रावासों का अवकाश के दिन अथवा सायं काल में आश्रम-छात्रावासों का निरीक्षण किया जाकर छात्राओं से बातचीत की गई एवं उनकी सुरक्षा एवं सुविधाओं के संबंध में जानकारी लिया गया। छात्राओं को गुड टच, बैड टच की जानकारी दी गई और उन्हें आत्मरक्षा के लिए कराटे सीखने और स्वस्थ्य रहने के लिए योगा करने की समझाईश भी दी गई। छात्रावासों मे भोजन की गुणवत्ता को सुधारने एवं समय पर भोजन प्रदाय करने के लिए निर्देश दिये गये। जांच टीम के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने पोस्ट मैट्रिक एवं प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास चारामा के गार्ड तथा दैनिक वेतनभोगी को हटाने तथा कन्या छात्रावास जुनवानी (पण्डरीपानी), पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास अलबेलापारा कांकेर, कन्या आश्रम आमाकड़ा (दुर्गूकोंदल), प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास पीढ़ापाल, पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास नरहरपुर, कन्या आश्रम लोहत्तर के अधीक्षिका और प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास चवांड़ के तत्कालिन अधीक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये हैं। कन्या छात्रावास जुनवानी (पण्डरीपानी) के बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए निर्देशित किया। इसी प्रकार प्री एवं पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास दुर्गूकोंदल, कन्या आश्रम लोहत्तर के रसोईया को हटाने के लिए निर्देश दिये गये हैं।
कन्या आश्रम-छात्रावासों को तत्काल मिला रैक, पलंग एवं मच्छरदानी
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला के निर्देश पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा एकलव्य कन्या आवासीय विद्यालय नरहरपुर में 14 नग पलंग एवं 100 नग मच्छरदानी तथा प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास पीढ़ापाल में 03 नग पलंग और प्री एवं पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास चारामा में 04 नग रैक उपलब्ध कराया गया। कन्या आश्रम कोड़ेकुर्से (दुर्गूकोंदल) के सभी खिडकियों में जाली लगाया गया तथा प्रयास कन्या आवासीय विद्यालय कांकेर में शिकायत पेटी तत्काल लगाया गया।