मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के अंतर्गत रायगढ़ में अधिकारियों की बैठक में शासकीय अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती, डीएमएफ एवं सी एस आर मद से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की सभी गौठानों में गोबर की खरीदी होनी चाहिए। सभी पंजीकृत गोपालक को गोबर बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पावर कंपनियों के फ्लाईएश के निस्तारण की कार्य योजना बनाई जाए। किसी भी हालत में नदी, नालों अथवा किसानों के निजी खेतों में डंपिंग नहीं होने चाहिए।
श्री बघेल ने कहा कि रायगढ़ जिला भी हाथी मानव द्वंद की समस्या से ग्रसित है। नरवा विकास कार्यक्रम से द्वंद कम करने में मदद मिल रही है। पानी चारा मिलने पर हाथी वहीं रह जाता है और मानव रहवास क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करता है। अचानकपुर टाइगर रिजर्व इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। उन्होंने वन विभाग को नरवा क्षेत्र में हाथियों की रुचि के अनुकूल बांस, केला आदि पौधे लगाने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि बारिश अब समाप्ति की ओर है। जिले में खराब सड़कों की मरम्मत तेजी से करें। एडीबी रोड में भी तेजी से कार्य किया जाए। रायगढ़ निगम की शहरी सड़कों में सुधार के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा है। पैसे की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने केलो एवं सहायक नदियों में सुधार करने के भी निर्देश दिए। और कहा कि महिलाओं में कुपोषण की दर कम करने के लिए संचालित योजनाएं निरंतर जारी रहेगी।
बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री एवं रायगढ़ जिले के प्रभारी श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक श्री प्रकाश नायक, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, जिले के प्रभारी सचिव निरंजन दास, संभागायुक्त डॉ संजय अलंग, आईजी रतनलाल डांगी, कलेक्टर रानू साहू प्रमुख रूप से मौजूद रहे।