खेलों में हमें अक्सर ट्राई ब्रेकर के मौके पर देखने को मिलते है, लेकिन पढ़ाई-लिखाई की प्रतियोगिता में यह मौका विरले ही देखने को मिलता है। कुछ ऐसा ही वाक्या आज राज्य स्तरीय व्यक्तित्व विकास प्रतियोगिता के तहत स्पीड रीडिंग एवं मेंटल मैथ्स प्रतिस्पर्धा’ में देखने को मिला। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आज रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में चल रही स्पीड रीडिंग एवं मेंटल मैथ्स प्रतिस्पर्धा’ में सूरजपुर जिले के पढ़ने वाले विद्यार्थी गौतम यादव ने कड़ी स्पर्धा के दौरान तीन ट्राई ब्रेकर के बाद गणित की प्रतियोगिता जीत ली। यह उनके मजबूत मानसिक स्तर को दर्शाता है।
कार्यक्रम का सबसे प्रमुख आकर्षण स्पीड गणित प्राथमिक श्रेणी का टाईब्रेकर रहा, जहां सूरजपुर के गौतम यादव ने बाजी मारी। ग्रुप लेवल के मेंटल गणित प्रतिस्पर्धा में सूरजपुर के गौतम यादव एवं दुर्ग जिले के सत्यम साहू सामान अंक पर रहे। ऐसी स्थिति में टाईब्रेकर का आयोजन किया गया, जहां सत्यम साहू ने उन्हें कड़ी चुनौती दी एवं पुनः दोनों प्रतिभागी समान स्थान पर रहें। इस दौरान सभागार में उपस्थित सभी अन्य प्रतिभागियों में एक विजयी प्रतिभागी को देखने की उत्सुकता बढ़ गई। जिसके पश्चात पुनः एक और टाईब्रेकर का आयोजन हुआ, जिसका परिणाम भी समान रहा।
तब आयोजकों द्वारा अतिरिक्त मिशन संचालक श्री के.सी. काबरा को एक रैपिड फायर प्रश्न पूछने के लिए अनुरोध किया गया। उन्होंने प्रश्न किया कि “एक से सत्तर के बीच में कुल कितने विषम संख्या होते हैं ?” दोनों बच्चे ने बहुत ही शांत स्वभाव से प्रश्न को समझे एवं बिना हिच-किचाहट के सटीक उत्तर तलाशने के लिए पर्याप्त समय लिया। इसी बीच सूरजपुर के गौतम यादव एकाएक बोल पड़े- ‘35‘ ! पूरे सभागार में उल्लास की लहर दौड़ गई, क्योंकि जवाब सही था और मेंटल गणित-प्राथमिक स्तर का विजेता मिल गया था।
बाद में जब गौतम यादव से कार्यक्रम संचालक ने पूछा की इस प्रश्न का हल उन्होंने कैसे किया? तो उन्होंने बड़ी सरलता से जवाब दिया कि, “मैंने सोचा कि यदि 10 में 5 विषम संख्या होते हैं, तो सत्तर में कितने होंगे? और मुझे सही जवाब पता चल गया। ”यह अवसर विशेष इसलिए रहा क्योंकि प्राथमिक श्रेणी के मेंटल गणित जैसी विधा में तीन टाई-ब्रेकरराउंड के बाद विजेता का चयन हो पाया।
प्रतियोगिता में प्रदेश के पांचों सम्भागों के विजेताओं ने हिस्सा लिया, जिसमें राज्य स्तरीय विजेता एवं उप विजेता का चुनाव अलग-अलग प्रतिस्पर्धाओं के आधार पर किया गया। प्रदेश के विद्यालयों में चल रहे मूलभूत भाषा एवं गणित (एफ.एल.एन.) के प्रगति का आंकलन करते हुए स्पीड रीडिंग, स्पीड गणित एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।