राज्य के ग्रामीण अंचलों में जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। अब तक राज्य में 16 लाख 42 हजार 479 घरेलू नल कनेक्शन लगाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार के निर्देशन में राज्य के ग्रामीण अंचलों में संचालित जल जीवन मिशन के कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
गौरतलब है कि जल जीवन मिशन संचालक श्री टोपेश्वर वर्मा द्वारा समय-समय पर नल-जल योजनांतर्गत सोलर आधारित, रेट्रोफिटिंग, मल्टी विलेज और सिंगल विलेज योजनाओं के कार्यों की विस्तृत समीक्षा भी जारी है। उन्होंने स्कूल, उप स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में रनिंग वाटर की व्यवस्था, आईएसए ट्रेनिंग, जल जीवन मिशन के कार्यों का प्रचार-प्रसार हेतु दीवार लेखन, चित्रकारी इत्यादि कार्य समयबद्ध रूप से कराये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। इसके साथ ही साथ सभी प्रगतिरत कार्य की अद्यतन जानकारी आईएमआईएस पोर्टल में इन्द्राज करना सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में जल जीवन मिशन में एक हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु 23 लाख 57 हजार 744 ग्रामीण परिवारों को नल से जल प्रदाय किये जाने का लक्ष्य है। अब तक इस वित्तीय वर्ष में 6 लाख 18 हजार 491 ग्रामीण परिवारों को नल से जल प्रदाय किया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। अब तक राज्य के 43 हजार 844 स्कूलों में, 41 हजार 661 आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा 17 हजार 278 ग्राम पंचायतों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।