छत्तीसगढ़ में स्थानीय और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को वैश्विक पहचान दिलाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश के साथ सूरजपुर जिले में भी छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चे-बूढ़े सभी प्रतिभागी ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाकर सभी का दिल जीत लिया।सूरजपुर जिला मुख्यालय में चल रहे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में जिले के सभी विकासखण्डों एवं नगरीय निकाय से सभी आयुवर्ग के प्रतिभागियों ने शामिल होकर अपनी कला एवं प्रतिभा का प्रदर्शन किया। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। डॉ. टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अभिनव पहल है। इसमें सभी छोटे, बड़े, बुजुर्ग खेल में शामिल हुए। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक भाईचारा, प्रेम के साथ भेदभाव भूलाकर एकता का संदेश देता है। मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलों को आने वाली पीढ़ी को जानकारी देना है। इसके साथ ही संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए एवं युवाओं को प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान करना भी है। प्रतियोगिता के माध्यम से सभी ने इस खेल के महत्व को समझा। डॉ. टेकाम ने नर्तक दल को स्वेच्छा अनुदान मद से पांच-पांच हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की। इस दौरान पारंपारिक करमा नृत्य, सुआ नृत्य आदि पारंपरिक को देखकर डॉ. टेकाम मांदर की थाप पर थिरके तथा नर्तक दल के साथ लोक नृत्य का आनंद उठाया।
जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक एवं युवा महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक नृत्य एवं पारंपारिक खेल भंवरा,कंचा और पिट्ठुल, खो-खो, कबड्डी, फुगड़ी, करमा,सुआ जैसे पारंपरिक लोकगीत ने सबका दिल मोह लिया सभी ने खूब आनंद लिया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री भी उन्होंने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक नृत्य एवं पारंपारिक खेल भंवरा, कंचा और पिट्ठुल, खो-खो, कबड्डी, फुगड़ी, करमा,सुआ जैसे पारंपरिक उत्कृष्ट खेल एवं विजेता टीम को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा, पुलिस अधीक्षक श्री राम कृष्णा साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रतिभागी खिलाड़ी एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।