कर्नाटक सरकार ने सोमवार को छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाने के मामले की जांच विशेष शाखा आपराधिक जांच विभाग (सीआइडी) को सौंप दी। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने कहा कि निजी कालेज के शौचालय में वीडियो बनाने के मामले की जांच सीआइडी को करने के आदेश दिए गए हैं। यह संवेदनशील मामला है और अतिरिक्त जांच के लिए इसे सीआइडी को सौंपा गया है।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मुलाकात कर मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआइटी) से कराने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा था। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने डिप्टी एसपी रैंक के पुलिस अधिकारी से मामले की जांच कराने का आदेश दिया था। हालांकि, भाजपा ने कहा कि डिप्टी एसपी रैंक का अधिकारी बिना हस्तक्षेप मामले की जांच नहीं कर सकता है और सरकार अपनी ‘तुष्टिकरण’ की राजनीति के तहत मामले को दबा देगी।
भाजपा शौचालय में हिंदू लड़कियों की वीडियो बनाने पर तीन मुस्लिम लड़कियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रही है। भाजपा ने दावा किया कि यह हिंदू लड़कियों के खिलाफ संगठित अपराध है। कर्नाटक पुलिस पर भी मामले में आवाज उठाने पर महिला कार्यकर्ता रश्मि सामंथ को परेशान करने का आरोप है।
मामले में कालेज का कहना था कि पीडि़त मुस्लिम लड़कियों पर शिकायत दर्ज कराने को तैयार नहीं है जबकि पुलिस का कहना था कि उन्होंने सुबूतों के अभाव में मामला दर्ज नहीं किया।