Home व्यापार आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक हुई शुरू, आईईएस अधिकारी जितेश...

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक हुई शुरू, आईईएस अधिकारी जितेश जॉन बने कार्यकारी निदेशक

8
0

भारतीय आर्थिक सेवा के अधिकारी जितेश जॉन ने भारतीय दिवालिया एवं शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। इससे पहले वह ऊर्जा मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में सेवाएं दे चुके हैं।

यथावत रह सकती है रेपो दर, एमपीसी बैठक आज से
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक बुधवार से शुरू हो रही है। एमपीसी के नतीजे शुक्रवार को आएंगे। माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक एक बार फिर से रेपो दर को 6.5 फीसदी पर यथावत रख सकता है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों का कहना है कि आरबीआई चालू वित्त वर्ष में रेपो दर में परिवर्तन नहीं करेगा। इस बैठक में आरबीआई वित्त वर्ष 2024 के लिए अपने पहले के विकास अनुमानों को 20-30 बीपीएस तक संशोधित कर सकता है।

सेवा क्षेत्र की गतिविधियां एक साल के निचले स्तर पर, नए ऑर्डर घटे
देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां नवंबर, 2023 में घटकर एक साल के निचले स्तर पर आ गईं। कंपनियों को नए आर्डर मिलने की गति घटने और काम पूरा करने की धीमी रफ्तार से यह गिरावट आई है। मंगलवार को जारी एसएंडपी ग्लोबल भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक पिछले महीने घटकर एक साल के निचले स्तर 56.9 पर आ गया। अक्तूबर में यह 58.4 रहा था। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की एसोसिएट निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, भारत के सेवा क्षेत्र ने तीसरी तिमाही के मध्य में ही वृद्धि की गति खो दी। कच्चे माल और काम पूरा करने की दरें आठ माह के निचले स्तर पर फिसल गईं।

वैश्विक स्तर पर डीएपी महंगी रही तो खुदरा बाजार में बढ़ेंगी कीमतें
वैश्विक स्तर पर डायअमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में दरें ऊंची रहती हैं तो घरेलू बाजार में भी खुदरा कीमतें बढ़ सकती हैं। या फिर सरकार इस पर सब्सिडी दे। फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि इस समय डीएपी 1,350 प्रति बैग बेची जा रही है। एक बैग 50 किलो की होती है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष एन सुरेश कृष्णन ने कहा, वैश्विक स्तर पर डीएपी के दाम इस साल 440 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 595 डॉलर हो गए। हालांकि, अब यूरिया खाद के लिए किसी दूसरे देश का मुंह ताकना नहीं होगा। भारत शीघ्र ही यूरिया मैन्यूफैक्चरिंग में भी आत्मनिर्भर होने जा रहा है। देश में 80 लाख टन यूरिया की मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता विकसित की जा रही है, जो दो साल में तैयार हो जाएगी। हर साल करीब 350 लाख टन यूरिया की खपत है। इसमें से 285 लाख टन यूरिया का उत्पादन देश में हो रहा है। देश की जरूरत पूरी करने के लिए 70 लाख टन तक यूरिया का आयात करना पड़ रहा है।

दूरसंचार राजस्व बढ़कर 80,899 करोड़
दूरसंचार सेवा प्रदाताओं का सकल राजस्व जून तिमाही में सालाना आधार पर 5.88 फीसदी बढ़कर 80,899 करोड़ रुपये पहुंच गया। ट्राई की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च तिमाही के 85,356 करोड़ रुपये के मुकाबले सकल राजस्व में 5.22 फीसदी गिरावट आई है।

अदाणी पोर्ट पर 3 लाख कंटेनरों का आवागमन
गुजरात के मुंद्रा में अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन ने नवंबर में 97 जहाजों में तीन लाख से ज्यादा कंटेनरों का आवागमन पूरा किया है। समूह के इस कार्य से मुंद्रा पोर्ट में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल रहा है।