आईसीसी द्वारा हाल ही में जारी की गई पुरुष टी20I रैंकिंग में नंबर 1 गेंदबाज बनने के बाद युवा भारतीय स्पिनर रवि बिश्नोई फूले नहीं समा रहे हैं।
प्लेयर ऑफ द सीरीज बने बिश्रोई-
वर्ल्ड कप के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में 4-1 से जीत हासिल की और बिश्नोई को इसमें प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड दिया गया। फरवरी 2022 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने के बाद बिश्नोई ने 21 टी20 मैचों में कुल 34 विकेट लिए है।
बीसीसीआई ने पोस्ट किया वीडियो-
बीसीसीआई द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में बिश्नोई ने कहा कि “यह एक खास एहसास
आईसीसी द्वारा हाल ही में जारी की गई पुरुष टी20I रैंकिंग में नंबर 1 गेंदबाज बनने के बाद युवा भारतीय स्पिनर रवि बिश्नोई फूले नहीं समा रहे हैं।
प्लेयर ऑफ द सीरीज बने बिश्रोई-
वर्ल्ड कप के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में 4-1 से जीत हासिल की और बिश्नोई को इसमें प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड दिया गया। फरवरी 2022 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने के बाद बिश्नोई ने 21 टी20 मैचों में कुल 34 विकेट लिए है।
बीसीसीआई ने पोस्ट किया वीडियो-
बीसीसीआई द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में बिश्नोई ने कहा कि “यह एक खास एहसास है। मैंने कभी सपने में भी नंबर एक गेंदबाज बनने के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन अब मैं नंबर एक पर हूं तो मुझे अच्छा महसूस हो रहा है और मैं उम्मीद करता हूं कि यह प्रदर्शन जारी रखूंगा और टीम को जीत दिलाने में मदद करूंगा।”
एशिया कप में भी मिला था मौका-
बिश्नोई ने आगे कहा कि “मैंने 15 फरवरी को डेब्यू किया था और इस सफर में उतार-चढ़ाव आए, लेकिन पिछला 1-1.5 साल अच्छा रहा है, क्योंकि मुझे कुछ अच्छे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान मैंने एशियाई खेलों में और एशिया कप में भी खेला।”
मेहनत का फल मिला-
बिश्नोई ने आगे कहा कि मुझे अवसर मिले हैं और जब मुझे अवसर मिलेंगे तो मुझे अच्छा खेलने की उम्मीद है। यह पिछले पांच सालों की मेहनत का फल है। अब तक सब कुछ अच्छा रहा है और मैं इसका आनंद ले रहा हूं।”
बिश्नोई का नंबर एक गेंदबाज बनना कोई हैरानी की बात नहीं है।
2020 में आए थे लोगों की नजरों में-
बिश्नोई ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका के खेले गए आईसीसी पुरुष अंडर 19 विश्व कप 2020 में लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था। जब उन्होंने किसी भी खिलाड़ी के मुकाबले टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 17 विकेट लिए थे और भारत इसमें बांग्लादेश के बाद रनर-अप रहा था।
है। मैंने कभी सपने में भी नंबर एक गेंदबाज बनने के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन अब मैं नंबर एक पर हूं तो मुझे अच्छा महसूस हो रहा है और मैं उम्मीद करता हूं कि यह प्रदर्शन जारी रखूंगा और टीम को जीत दिलाने में मदद करूंगा।”
एशिया कप में भी मिला था मौका-
बिश्नोई ने आगे कहा कि “मैंने 15 फरवरी को डेब्यू किया था और इस सफर में उतार-चढ़ाव आए, लेकिन पिछला 1-1.5 साल अच्छा रहा है, क्योंकि मुझे कुछ अच्छे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान मैंने एशियाई खेलों में और एशिया कप में भी खेला।”
मेहनत का फल मिला-
बिश्नोई ने आगे कहा कि मुझे अवसर मिले हैं और जब मुझे अवसर मिलेंगे तो मुझे अच्छा खेलने की उम्मीद है। यह पिछले पांच सालों की मेहनत का फल है। अब तक सब कुछ अच्छा रहा है और मैं इसका आनंद ले रहा हूं।”
बिश्नोई का नंबर एक गेंदबाज बनना कोई हैरानी की बात नहीं है।
2020 में आए थे लोगों की नजरों में-
बिश्नोई ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका के खेले गए आईसीसी पुरुष अंडर 19 विश्व कप 2020 में लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था। जब उन्होंने किसी भी खिलाड़ी के मुकाबले टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 17 विकेट लिए थे और भारत इसमें बांग्लादेश के बाद रनर-अप रहा था।