नेहा सिंघल के नेतृत्व में हो रहा है प्रमाण पत्र विहीन दिव्यांगों की खोज
ओमप्रकाश बघेल
देवभोग
जनपद अध्यक्ष नेंहा सिंघल के नेतृत्व में प्रमाण पत्र विहीन दिव्यांगो की होगी सर्वे। नेंहा सिंघल के कार्यकताओं द्वारा डोर टू डोर ग्राम पंचायत स्तर मे पड़ताल कर यह जानकारी हासिल किया जायेगा कि जो व्यक्ति दिव्यांग के श्रेणी में आता हो परंतु राशनकार्ड व पेंशन जैसे योजना से वंचित तो नहीं है। देवभोग ब्लॉक के 54 पंचायतों में यदि देखा जाये तो सैकड़ों ऐसे दिव्यांग अब भी मौजूद है जो दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं होने के कारणों से राशन कार्ड व पेंशन से वंचित है।सामान्य मानक से विकलांग व्यक्ति की क्षमता की तुलना कर के ही उसकी विकलांगता की गंभीरता को मापा जाता है। इसी के आधार पर विकलांगता प्रमाण पत्र में विकलांगता का प्रतिशत भी निर्धारित होता है। जनपद अध्यक्ष नेंहा सिंघल का लक्ष्य है ब्लॉक के प्रत्येक दिव्यांगों का प्रमाण पत्र बनवा कर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना जिसके लिए पंचायत स्तर पर सर्वे कर हितग्राहियों को चिन्हांकित किया जायेगा और उन्हें समाज के मुख्य धारा में जोड़ने का काम व योजनाओं का लाभ दिलाया जायेगा।राज्य सरकार ने अब 21 प्रकार की कैटेगरी के दिव्यांग को योजना में शामिल किया है, जिसमें दृष्टि बाधित, अल्पदृष्टि, कुष्ठरोगी, श्रवण बाधित, चलन निशक्तता, बौनापन, बौद्धिक निशक्तता, मानसिक रोग, ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मांसपेशी दुर्विकार, क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन्स, स्पेशिक आदि को दिव्यांग का स्थान दिया गया है। प्राथमिक सर्वे मे लाटापारा से प्रेमशीला पिता आत्मा उम्र 43 वर्ष घुमरगुड़ा से रामवती पिता मेनकर सोनी उम्र 32 कैंटपदर से दिव्या नागेश पिता सुंदरलाल नागेश उम्र 10 वर्ष ,हिरालाल नागेश पिता अर्जुन नागेश उम्र 57 केंदूबंद से देवकुमारी बेहराम पिता पदमन बेहरा उम्र 9 वर्ष डुमरबहाल से मधुबन बीसी पिता दामोदर बीसी उम्र 48 उर्मिला यादव पिता कुर्मरा यादव उम्र 20 वर्ष इनमें कुछ ऐसे है जिनके पास प्रमाण पत्र नहीं है और कुछ जो प्रमाण पत्र होने के बावजूद योजनाओं से वंचित हैं।
बहुत जल्द जनपद अध्यक्ष नेंहा सिंघल के नेतृत्व में दिव्यांगो को मिलेगी राहत और होगा समस्या का समाधान।