Home व्यापार कंगाल हो रही इकोनॉमी को बचाने के लिए पाकिस्तान करेगा ‘नोटबंदी’

कंगाल हो रही इकोनॉमी को बचाने के लिए पाकिस्तान करेगा ‘नोटबंदी’

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पाकिस्तान की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था की हकीकत किसी से छिपी नहीं है. कंगाली के कगार पर खड़ा पाकिस्तान कर्ज के बोझ तले दबा है. आर्थिक मोर्चे पर बदहाली झेल रहे पाकिस्तान ने अपनी करेंसी को लेकर बड़ा फैसला किया है. पाकिस्तान ने नई करेंसी जारी करने का फैसला किया है. पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने एडवांस सिक्योरटी फीचर्स के साथ नई करेंसी जारी करने का फैसला किया गया.

पाकिस्तान में नई करेंसी

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने नई करेंसी जारी करने का फैसला किया है. करेंसी की कमी और नकली नोटों से अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान के चलते पाकिस्तान ने नई करेंसी जारी करने का फैसला किया है. नई करेंसी में सिक्योरिटी के नए एडवांस फीचर्स होंगे. नए नोट में इंटरनेशनल लेवल के एडवांस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. नोट में सिक्योरिटी नंबर और डिजाइन का इस्तेमाल किया जाएगा.

पाकिस्तान में भी नोटबंदी

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर जमील अहमद ने कहा कि नए नोटों को धीरे-धीरे जारी में सर्कुलेट किया जाएगा, ताकि लोगों को परेशानी न हो. हालांकि पाकिस्तान के कुछ जानकारों का कहना है कि नए करेंसी लाने के दौर में सरकार बड़ी करेंसी खासतौर पर 5000 रुपये के नोट पर नोटबंदी लागू कर सकती है.

क्यों लिया फैसला

नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने नई करेंसी जारी करने का फैसला किया है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था काले धन, नकदी नोटों के अवैध इस्तेमाल से प्रभावित हो रही है. पाकिस्तान में उच्च मूल्य के नोटों के कारण कालेधन का इस्तेमाल आसान हो जाता है. लंबे वक्त से भारी वित्तीय संकट झेल रहे पाकिस्तान ने अब इकोनॉमी को सुधारने के लिए बड़ा कदम उठाया है. चीन और आईएमएफ से मिले आर्थिक राहत के पैकेज का पाकिस्तान की सरकार चल रही है. पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है. खाने-पीने की चीजों की कीमतें सातवें आसमान पर पहुंच चुकी है. आर्थिक बदहाली का सामना कर रहे पाकिस्तान में वित्तीय सुधारों का इंतजार है.

क्‍या बंद हो जाएंगे 5000 के नोट

नए नोट को लेकर पाकिस्‍तान के रिजर्व बैंक गवर्नर ने भारत की नकल तो की है, साथ ही भारत की ओर इशारा करते हुए कहा कि नए नोटों को धीरे-धीरे बदला जाएगा, ताकि पाकिस्तान में ऐसी कोई समस्या न खड़ी हो जैसा कि कुछ दूसरे देशों में देखा गया है. नए नोटों के साथ नकली नोटों और काले धन के बाजार से निपटने के लिए 5000 रुपये और उच्च मूल्य वाले नोटों की नोटबंदी की बात कही जा रही है.