नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों से ऐसी योजना तैयार करने और उसे तीन मार्च को मंत्रिपरिषद की बैठक में पेश करने को कहा है, जिसका क्रियान्वयन व आकलन किया जा सके तथा वह स्पष्ट रूप से परिभाषित हो। प्रधानमंत्री यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि चुनाव प्रक्रिया के बीच सरकार का कामकाज जारी रहे और अगले 100 दिनों के लिए एजेंडा तैयार करने का उनका आह्वान इसी प्रयास का हिस्सा है।
सरकारी सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह उल्लेखनीय है कि मोदी ने 21 फरवरी को अपने मंत्रिमंडल के सहकर्मियों को अगले 100 दिनों के लिए एक कार्य योजना तैयार करने को कहा था। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कार्य योजना तैयार करने से पहले वरिष्ठ नौकरशाहों जैसे अनुभवी लोगों, जमीनी स्तर पर काम करने वालों और अपने-अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञों से व्यापक परामर्श करने को कहा है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने मंत्रियों और उनके मंत्रालयों से उस अवधि के एजेंडे पर मंथन करने को कहा है, जो अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनावों के बाद नई सरकार के कार्यभार संभालने से पहले की संभावित अवधि भी है।