आईओसी: सार्वजनिक क्षेत्र का इंडियन ऑयल लिमिटेड (आईओसी) का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 98.6 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 180.01 करोड़ रुपये रहा। रिफाइनरी रिज्यूमे और मार्केटिंग मार्जिन घटने से कंपनी के मुनाफे में बड़ी गिरावट आई। आईओसाई ने सोमवार को शेयर बाजार को जुलाई-सितंबर, 2024 तिमाही के वित्तीय उद्यमों की जानकारी दी। एक साल पहले इसी तिमाही में पब्लिक एरिया की रिटेल मार्केटिंग कंपनी को 12,967.32 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में आयोसो को एकल आधार पर 180.01 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है, जो कि अप्रैल-जून तिमाही के 2,643.18 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ है।
असल में, आयोसो के रिफाइनरी रिजॉर्ट में गिरावट के साथ ही घरेलू रसोई गैस की लागत से कम दाम पर बिक्री से भी काफी नुकसान हुआ है। इसके कारण से उसके शुद्ध लाभ में यह गिरावट आई है। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष की पहली पाइपलाइन में आयसोइज की बिक्री 8,870.11 करोड़ रुपये पर हुई। कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल जैसे सिलेंडर में 4.08 अमेरिकी डॉलर पर बेचा गया, जबकि पिछले साल की अवधि में 13.12 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल का सकल रिफाइनिंग बेचा गया था। आयोइक्स के बिजनेस बिजनेस से कर-पूर्व आय निवेश सिर्फ 10.03 करोड़ रुपये रहा जो जुलाई-सितंबर 2023 में 17,7555.95 करोड़ रुपये था। अंतर्राष्ट्रीय तेल की विशिष्टता में नामी के कारण कंपनी का राजस्व दस्तावेज़ तिमाही में 1.95 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की समान अवधि में 2.02 लाख करोड़ रुपये था।
आयसोमी के अलावा अन्य सार्वजनिक स्टॉक एक्सचेंज-इंडोस्तान सुपरमार्केट लिमिटेड (एचपीसीएल) और भारत एंटरप्राइजेज लिमिटेड (बीपीसीएल) ने भी पिछले साल लागत में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल उद्योग को स्थिर रूप से काफी कमाया था। हालांकि, इस साल आम चुनाव की घोषणा से ठीक पहले पेट्रोल और डीजल की सीमा में दो-दो रुपये प्रति लीटर की कटौती के साथ मूल्य स्थिर बनाए रखने वाला लाभ खत्म हो गया है।