नई दिल्ली । अक्टूबर में कार बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी रही। इस महीने खुदरा बिक्री में 26 फीसदी इजाफा हुआ है। यह बिक्री नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस और दीवाली जैसे त्योहारों के चलते बढ़ी है। अक्टूबर में कुल खुदरा बिक्री का अनुमान 4.8 लाख से 4.9 लाख यूनिट्स के बीच है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 3.9 लाख यूनिट्स था। प्रमुख कंपनियों जैसे मारुति, हुंडई, टाटा मोटर्स, एमजी और महिंद्रा ने मजबूत उपभोक्ता खरीदारी की रिपोर्ट की है और कई ऑटों कंपनियों ने अक्टूबर के सर्वाधिक आंकड़े पेश किए हैं। अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में वृद्धि का अनुमान केवल 5 फीसदी है, जो धीमी खुदरा बिक्री के चलते हुआ। इस स्थिति के चलते कंपनियों ने थोक बिक्री में कटौती की है। विशेष रूप से मारुति ने अपने डीलर डिस्पैच को रीकैलिब्रेट किया है, ताकि इन्वेंटरी स्तर को कम किया जा सके। मारुति की अक्टूबर में खुदरा बिक्री 2 लाख यूनिट्स को पार कर गई है, जो पिछले वर्ष की 1.6 लाख यूनिट्स की तुलना में 25 फीसदी अधिक है। पार्थो बनर्जी, बिक्री और मार्केटिंग के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने कहा, सामान्य भावना सकारात्मक थी और ग्रामीण बाजार ने मांग उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टाटा मोटर्स ने अक्टूबर में उच्च त्योहार मांग के चलते 30 फीसदी अधिक गाड़ियां बेची हैं। शैलेश चंद्र, एमडी ने कहा, टाटा मोटर्स का अक्टूबर में कुल पंजीकरण सबसे उच्चतम रहने की उम्मीद है। इस तरह, त्योहारों का सीधा असर कार बिक्री पर पड़ रहा है, और उपभोक्ता बाजार में तेजी का संकेत मिल रहा है। हुंडई के डीलरशिप को थोक डिस्पैच पिछले वर्ष की तुलना में स्थिर रहे। कंपनी ने अक्टूबर में 55,568 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले वर्ष की 55,128 यूनिट्स के करीब है। कंपनी के सीओओ तरुण गर्ग ने बताया कि मांग का नेतृत्व एसयूवी ने किया, जो उनकी कुल बिक्री का 68 फीसदी हिस्सा है। महिंद्रा के लिए अक्टूबर एक मजबूत महीना रहा, जिसमें डीलर डिस्पैच 54,504 यूनिट्स हुई, जो पिछले वर्ष की 43,708 यूनिट्स की तुलना में 25 फीसदी अधिक है।