रायपुर : मुंगेली जिले के ग्राम फरहदा के किसान श्री भरत साहू का कहना है कि एक समय ऐसा भी था, जब खेती-किसानी की छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति करने के लिए कर्ज लेना पड़ता था, सेठ-साहूकारों का चक्कर लगाना पड़ता था। कई बार कर्ज नहीं मिलने की स्थिति में एक-एक पैसे के लिए मोहताज भी होना पड़ता था। कर्ज के एवज में सेठ-साहूकारों के पास अपने घर की कुछ सामग्री गिरवी रखना पड़ता था, तब जाकर कर्ज मिलता था। लेकिन शासन द्वारा जब से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की गई है, तब से इन सब दिक्कतों से मुक्ति मिल गई है।