रायपुर :भगवान बिरसा मुंडा की जयंती से दो दिन पूर्व उनके स्मृति में जशपुर में आयोजित जनजातीय गौरव यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय श्रम, युवा एवं रोजगार मामले तथा खेल मंत्री श्री मनसुख मंडाविया, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सहित प्रदेश के मंत्रीगण शामिल हुए। स्थानीय रणजीता स्टेडियम में यात्रा के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मांडविया ने माई भारत वॉलिंटियर्स द्वारा आयोजित इस यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि यात्रा में शामिल होकर यहाँ की आदिवासी संस्कृति, विरासत, यहाँ की रहन-सहन, वेशभूषा को देखने और जानने का अवसर मिला। इस यात्रा से युवाओं को एकजुट होने और समाज को देश के प्रति जागरूक बनाते हुए उन्हें आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी से प्रेरणा लेकर समाज आगे बढ़े और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा विकसित भारत बनाने के संकल्प से जुड़कर देश को विकास के साथ जुड़कर काम करें।
केंद्रीय मंत्री श्री मांडविया ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत के विकास के लिए जो योजनाएं बनाई है, उसमें आप सभी को जुड़ना है। माई भारत एप्लिकेशन में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन भी कराना है। केंद्रीय मंत्री श्री मांडविया ने कहा कि सुबह से पदयात्रा करते हुए यहाँ के लोक जीवन का परिचय हुआ। जनजाति समाज सहित अन्य समाज के लोग भी इसमें शामिल नजर आए और जगह-जगह अलग-अलग तरीके से स्वागत, अभिनन्दन करते रहे। जगह-जगह स्टॉल लगाकर पानी पिलाना, फल सहित अन्य खाद्य सामग्री बाटना और यात्रा में शामिल सभी लोगों को प्रोत्साहित करते हुए देखकर खुशी हुई। इस यात्रा के दौरान मैंने भी कुछ लोगों से बात की। मुझे देश का उज्ज्वल भविष्य नजर आया। मैं जान पाया कि हमारा देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने जनजातीय गौरव यात्रा के सफल आयोजन के लिए सभी के प्रति आभार भी जताया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आदिवासियों का गौरव लगातार बढ़ रहा है। भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती 15 नवंबर को आज पूरे देश में आदिवासी स्वाभिमान और गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। सर्वाेच्च पद पर आज आदिवासी समाज की महिला द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में सुशोभित हैं। अति पिछड़े आदिवासियों के विकास को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उच्च प्राथमिकता दी है। पीएम जनमन योजना से जनजातीय समुदाय की तस्वीर बदल रही है। धरती आबा आदिवासी ग्राम उत्कर्ष योजना लॉन्च की गई है और इसके लिए 80 हजार करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई को भी याद किया। आदिवासियों की विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने भारत सरकार में पृथक आदिवासी विकास मंत्रालय का गठन किया।