बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और मंदिरों को नुकसान पहुंचाने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। दो दिन के अंदर तीन हिंदू मंदिरों में आठ मूर्तियां तोड़ने का मामला सामने आया है। इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बांग्लादेश सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है।
बांग्लादेश में काली मंदिरों को तोड़ा जा रहा है- विहिप
रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, “एक समय था जब बांग्लादेश के हर कोने से मां काली के जयकारे सुनाई देते थे और आज उसी जगह पर काली मंदिर को तोड़ा जा रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बंद होनी चाहिए।”
अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश में पुलिस ने शनिवार सुबह शाकुई इलाके में हिंदू मूर्तियों को तोड़ने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उत्तरी मैमनसिंह जिले के हलुआघाट थाने के प्रभारी अधिकारी (ओसी) अबुल खैर ने कहा, “हमने आज सुबह शकुई इलाके में हिंदू मूर्तियों को तोड़ने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
इस साल बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर कितने हमले हुए
लोकसभा में बांग्लादेश में हिंसा से जुड़े एक सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि इस साल (2024) अक्टूबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के 2200 मामले सामने आए हैं। वहीं, इस दौरान पाकिस्तान में हिंदुओं से जुड़े हमलों के 112 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और वहां की सरकारों के समक्ष चिंता व्यक्त की है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार को उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से धार्मिक असहिष्णुता, सांप्रदायिक हिंसा, व्यवस्थागत उत्पीड़न और अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों को रोकने और उनकी सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है।