raipur कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति का काम पूरे देश भर में बुधवार की सुबह से शुरु हो गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ को भेजी गई पहली खेप इंडिगो की फ्लाईट दिल्ली से रायपुर पहुंची। पहली खेप में कुल 27 बॉक्स पहुंचे है और हर बॉक्स में 1200 वैक्सीन रखे हुए है।
इंडिगो का विशेष विमान क्रमांक 6e464 दोपहर को 1.40 बजे स्वामी विवेकानंद माना विमानतल पर दिल्ली से पहुंचा। इस विमान में कुल 27 कोरोना वैक्सीन के बॉक्स रखे हुए थे और हर बॉक्स में 1200 वैक्सीन रखे गए हैं जिनका वजन 30 किलो है। वैक्सीन को राजाधानी स्थित राज्य वैक्सीन भंडरण गृह ले जाया गया जहां से इसे सभी जिलों में वितरित करने की तैयारी की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जो वैक्सीन भेजी गई है वह सिरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन है। वैक्सीन को लेने के लिए राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर, सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल के साथ वातानुकूलित वैन में अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर के अनुसार 16 जनवरी को शुरू होने वाले टीकाकरण में अभी सिर्फ पंजीकृत स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाएंगे। पंजीकृत संख्या के आधार पर 60 फीसद वैक्सीन ही उपलब्ध कराई जाएगी क्योंकि वैक्सीन लगने वालों को 28 दिन के भीतर दूसरा डोज लगाना जरूरी होगा। ऐसे में वैक्सीन की दूसरी खेप आने तक बैकअप रखना जरूरी है। पहले चरण में प्रत्येक जिले में तीन-तीन सेंटरों से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू होगी।
दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखेंगे
उल्लेखनीय है कि कोरोना वैक्सीन का अनुकूल तापमान दो से 8 डिग्री सेल्सियस तक रखा जाएगा। राज्य वैक्सीन भंडार से इंसुलेटेड वैक्सीन वैन के माध्यम से सभी जिलों में टीके भेजे जाने हैं। इसके लिए एक राज्य स्तरीय, तीन क्षेत्रीय और 27 जिला स्तरीय कोल्ड चेन प्वाइंट्स बनाए गए हैं। प्रदेश में टीकाकरण के लिए 1349 स्थल चिह्नित हैं। वहां कुल दो लाख 67 हजार 399 स्वास्थ्य कर्मचारियों, राज्य और केंद्रीय कर्मचारियों, सशस्त्र बलों को टीके लगाए जाएंगे। इन सब की जानकारी कोविन पोर्टल में एंट्री की गई है। टीकाकरण के लिए 7116 टीकाकरण कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। 28 जिलों में 83 स्थानों पर कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जा चुका है।
टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की प्रतिकूल घटना या आपात स्थिति की व्यवस्था बनाई गई है जिसमें सभी टीकाकरण केंद्रों को मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जोड़ा गया है। टीकाकरण के दौरान एवं बाद में जैव चिकित्सकीय अपशिष्टों के प्रबंधन के लिए भी समुचित व्यवस्था की गई है। सभी कोल्ड चेन प्वाइंट में डीप-पिट, शार्ट-पिट तैयार किए गए हैं। राज्य में वैक्सीन लान्च के लिए 99 केंद्र चिह्नित किए गए हैं।