गौठानों में महिला समूहों को लगातार आय देने वाली गतिविधियों से जोंड़े – सीएस श्री जैन
मुख्य सचिव श्री जैन ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में की महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा
कोरबा जिले से कलेक्टर श्रीमती कौशल और जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार हुए शामिल
कोरबा 17 फरवरी 2021
कोरबा जिले में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण मंे आ रही परेशानियों को दूर कर सड़कें बनाने का काम तेज किया जाएगा। आज मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण संबंधी समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की। इस महत्वपूर्ण बैठक में कोरबा की कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल सहित प्रदेश के अन्य 14 जिलो के कलेक्टर और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए। कोरबा जिले में राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण संबंधी सभी प्रकरणों को आने वाले दस दिनों में निराकृत कर काम तेज करने का आश्वासन आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बैठक में दिया। मुख्य सचिव ने जिले में राष्ट्रीय राजमार्गों की सड़क बनाने के लिए वन विभाग से लेकर भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण आदि सभी प्रकरणों का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश कलेक्टरांे को दिए।
बैठक में कोरबा जिले की सीमा में निर्माणाधीन पतरापाली-कटघोरा और कोरबा-चांपा राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण के साथ-साथ वर्तमान सड़क की मरम्मत का मामला भी उठा। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने मुख्य सचिव को बताया कि जिले में सड़कों की मरम्मत और राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण के संबंध में समय-समय पर लगातार बैठके और मौके पर मुआयना करके स्थिति की समीक्षा की जा रही है। श्रीमती कौशल ने बताया कि पतरापाली से कटघोरा सड़क निर्माण के लिए एनएचएआई द्वारा निर्माण एंजेंसी निर्धारित कर दी गई है। इस सड़क पर 27 गांवो के लोगों की भूमि अधिग्रहण किया जाना है जिसमंे से 26 गांवो से भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण पूरा कर लिया गया है। कलेक्टर ने बताया कि केवल एक गांव जुराली में भूमि अधिग्रहण के बाद मुआवजा वितरण में कटघोरा के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी द्वारा जांच की जा रही है। अगले एक सप्ताह में प्रकरण निराकृत कर लिया जाएगा। श्रीमती कौशल ने यह भी आश्वासन दिया कि आने वाले दस दिनो में इस गांव में भी मुआवजा वितरण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
बैठक में श्रीमती कौशल ने बताया कि चांपा-कोरबा राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के लिए भूमि चिन्हांकन संबंधी थ्री-ए का प्रकाशन हो चुका है। सड़क के एलाइनमेंट से संबंधित सर्वे भी पूरा कर लिया गया है। आगे की प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी। उन्हांेने यह भी बताया कि चांपा-कोरबा मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढों को भरकर वर्तमान सड़क को आवागमन योग्य बना दिया गया है। इसके साथ ही पतरापाली से पाली होते हुए कटघोरा तक एनएचएआई के स्वामित्व वाली वर्तमान सड़क को भी गिट्टी, मेटल आदि भरकर समुचित पानी डालकर कम्पैक्शन करने के बाद गाड़ियां चलने लायक बना दिया गया है।
मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज वीडियो कान्फ्रेसिंग से आयोजित कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में गौठानों में महिला समूहों को लगातार आय देने वाली गतिविधियों से जोडने के निर्देश दिए। उन्होंने एक ही गतिविधि से सभी समूहों को जोड़ने के बजाए अलग-अलग गतिविधियों से समूहों को संलग्न करने को कहा ताकि समूह की महिलाओं की आय बढ़ सके और गौठान मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में स्थापित हो सके। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समस्त संभागायुक्त, कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली। कोरबा जिले से बैठक में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार सहित विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में मुख्य रूप से गोधन न्याय योजना के तहत तैयार वर्मी कम्पोस्ट के शत-प्रतिशत विक्रय से जैविक खाद को बढ़ावा देने का अभियान प्रारंभ करने, गौठानों में स्थापित (मल्टी एक्टिविटी सेंटर) बहुउद्देशीय आजीविका केन्द्र में विभिन्न विभागों की योजनाओं का समन्वय करने, किसानों को धान के स्थान पर अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने, कोविड-19 टीकाकरण के लक्ष्यों की पूर्ति और आधार लिंकेज एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के राज्य में चल रहे कार्यो की प्रगति की समीक्षा की गयी। बैठक में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री सुब्रत साहू एवं अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणुजी पिल्ले सहित कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और लोक निर्माण विभाग के सचिव एवं मिशन संचालक उपस्थित थे।
मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना के तहत तैयार किए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद के शत-प्रतिशत विक्रय की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने खरीफ फसल के बोनी के पहले किसान कार्यशाला, किसान संगोष्ठी, किसान चैपाल, कृषि सखी, किसान मित्र, पशु सखी, पशु मित्र के माध्यम से जैविक खाद के उपयोग के प्रति जनजागरूकता अभियान संचालित करने को कहा और सोसायटी (सहकारी समिति) स्तर पर जैविक खाद के विक्रय का आंकलन करने के निर्देश भी दिए है। मुख्य सचिव ने जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए राज्य के बड़े और उन्नतशील किसानों को जैविक खाद चैम्पियन के रूप में चिन्हांकित करने और जैविक खाद के उपयोग के प्रति इन्हें प्रोत्साहित करने को भी कहा। श्री जैन ने हर जिले में गर्मी की फसल के दौरान जैविक खाद और रासायनिक खाद के उपयोग से फसल उत्पादन की गुणात्मक तुलना कर किसानों को फर्क दिखाने के लिए कृषि विभाग द्वारा दो प्रकार के प्रदर्शन क्षेत्र लगाने के निर्देश दिए ताकि किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होने इसके लिए एक सप्ताह में पूरी कार्ययोजना बनाकर सचिव कृषि विभाग को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
गौठानों में स्थापित बहुउद्देशीय आजीविका केन्द्र (मल्टी एक्टिविटी सेंटर) में आय उपार्जक गतिविधियों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने कहा है कि इन केन्द्रों में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होने वाले कच्चे माल के आधार पर ही आजीविका गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही यहां निर्मित हो रहे उत्पादों के विक्रय की व्यवस्था भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने इन आजीविका केन्द्रों में गतिविधियों का संचालन शासन के विभिन्न विभागों की विभिन्न योजनाओं के समन्वय से करने के निर्देश दिए और इन गतिविधियों के लिए जरूरी संसाधनों की व्यवस्था भी विभागों द्वारा ही करने को कहा। श्री जैन ने गौठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए गौठान समूहों को विभिन्न आय उपार्जक गतिविधियों से जोड़ने कहा गया है। सभी गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट टांको का निर्माण और महिला एवं पुरूष के लिए अलग-अलग गौठान शौचालयों का निर्माण करने के निर्देश श्री जैन ने दिए है। रोजगार गारंटी योजना के तहत ऐसे कार्य जिनमें अधिक से अधिक श्रमिकों का चिन्हांकन करने के निर्देश भी दिए गए है। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना 15 दिवस के भीतर सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को प्रस्तुत करने कहा गया है।
किसानों को धान के स्थान पर अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने संबंधित चर्चा के दौरान श्री जैन ने कहा है कि इसके लिए सोसायटी वार लक्ष्य का निर्धारण किया जाए। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों, कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों और किसान मित्रों के सहयोग से अन्य फसल लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने को भी कहा। मुख्य सचिव ने जमीन की उर्वरता के अनुसार इसी आधार पर धान के स्थान पर मूंग, मक्का, अरहर, उड़द, सोयाबिन, तिल आदि फसल लगाने के लिए जमीन और किसानों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए गए है।
कोरोना टीकाकरण के निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति एवं आधार लिंकेज की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए। पहले डोज के टीकाकरण के चार सप्ताह के बाद दूसरा टीकाकरण का डोज दिया जाएगा। टीका लगाने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस कर्मियों, नगरीय निकाय और पंचायत कर्मियों के आधार नम्बर का भी संकलन किया जाना है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के संचालन की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य भर में 54 स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। आगामी शिक्षा सत्र में 64 नए स्कूलों का संचालन किया जाना प्रस्तावित है। श्री जैन ने सभी संभागायुक्तों को इन स्कूलों के संचालन के लिए की जा रही तैयारियों और निर्माण की स्थिति का निरीक्षण और समीक्षा नियमित रूप से करने के निर्देश दिए।