जिला मुख्यालय बीजापुर में 31 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न,वर-वधुओं को जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने दिया सुखमय दाम्पत्य जीवन का आर्शीवाद।
बीजापुर-मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत जिले में 27 फरवरी को 126 जोड़े वर-वधु परिणय सूत्र में बंधे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्चुअल रूप से विडियो कान्फ्रेस के जरिये नव दम्पतियों को सुखमय दाम्पत्य जीवन व्यतीत करने का आर्शीवाद दिया।
आज जिला मुख्यालय बीजापुर के सांस्कृतिक भवन में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 31 जोड़े वर-वधुओं को जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों,मीडिया प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों ने सुखद दाम्पत्य जीवन का आर्शीवाद दिया।इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुड़ियम सहित अध्यक्षता कर रहे नगर पालिका परिषद अध्यक्ष बेनहूर रावतिया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों,कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल,एसडीएम बीजापुर देवेश ध्रुव और अन्य अधिकारियों,मीडिया प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों ने सामूहिक विवाह समारोह में नव दम्पत्तियों को एक हजार रूपए का चेक और विवाह प्रमाण पत्र प्रदान किया।वहीं नवदम्पत्तियों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शपथ दिलायी गयी और कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त बीजापुर बनाने के लिए सहभागिता निभाने आव्हान किया गया।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत 27 फरवरी को जिले के अन्तर्गत बीजापुर ब्लाक में 31,उसूर में 50,भोपालपटनम में 25 तथा भैरमगढ़ ब्लाॅक में 20 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ।इस मौके पर नवदम्पत्तियों को बर्तन,कपड़े इत्यादि घरेलू उपयोग की सामग्री उपहार के रूप में भेंट की गयी।इस दौरान दाम्पत्य सूत्र में बंधे मूसालूर निवासी भूपेन्द्र कंडिक एवं एरमनार की कविता गोरला ने गरीब परिवारों को विवाह के लिए सरकार की मदद के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि वर्तमान में जब शादी-ब्याह के लिए बड़ी राशि खर्च करनी पड़ती है,ऐसे समय में सरकार हमारे जैसे गरीब युवक-युवतियों का सामूहिक विवाह संपन्न कर पुनीत कार्य कर रही है।इसी तरह पावरेल निवासी चलमू ककेम और कान्दुलनार की लक्ष्मी अंगनपल्ली ने परिणय सूत्र में बंधने की खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों,अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने आर्शीवाद दिया।
बीजापुर में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान नवदम्पत्तियों तथा उनके परिजनों और गणमान्य नागरिकों को जनसंपर्क विभाग की पत्रिका जनमन सहित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित प्रचार सामग्री वितरित किया गया।