विभागीय योजनाओं से जुड़कर 10-12 हजार सालाना आय को 2 लाख तक पहुंचाने में हुए सफल
कृषि, मत्स्य, पशुपालन, उद्यानिकी सहित अन्य विभागों के योजनाओ से हुए लाभांवित
जशपुरनगर 02 मार्च 2021
प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की आय को बढ़ाने के लिए विभिन्न विभागों के माध्यम से अनेक लोककल्याण कारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसके द्वारा वे किसानों को उन्नत किस्म की बीज, उच्च तकनीकी प्रशिक्षण, आवश्यक उपकरण के साथ ही आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। इन योजनाओ का लाभ लेकर जिले के किसान अपने कृषि में बढ़ोत्तरी कर आय को दोगुना करने में जुट गए है।
जिले के बगीचा विकासखण्ड के ग्राम रतबा के रहने वाले बीरबल एक सक्रिय किसान है और अब विभिन्न विभागों के सहयोग से क्षेत्र में वे एक उन्न्त किसान के रूप में उभरे है। उन्होंने शासन की इन योजनाओं का लाभ लेकर अपने कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहे है। जिसके तहत् उन्होंने अपने 2.5 हेक्टर भूमि पर विभिन्न विभाग की योजनाओं की सहायता से एक मल्टी एक्टिविटी संेटर विकसित किया है। जहां वे कृषि के साथ ही मछली पालन, मुर्गीपालन, बतख पालन, सहित अन्य कार्य कर रहे है। उन्होंने बताया कि उनकी जमीन पहाड़ों से लगे होने के कारण भूमि समतल नहीं थी, जिसमें केवल कम मात्रा में लघु धान्य फसल की ही ऊपज हो पाती थी। जिससे उन्हें बहुत ही कम आय प्राप्त होता था। उन्होंने कृषि, मत्स्य, पषुपालन, उद्यानिकी सहित अन्य विभागों से संपर्क कर योजनाओं की जानकारी ली तथा अपनी जमीन को एक अच्छे फॅार्महाउस के रूप में विकसित किया।
कृषक बीरबल ने विभागीय योजनाओं की जानकारी ली और विभिन्न योजनाओं का लाभ लिया जिसमंे उन्होंने कृषि विभाग के कृषक समृद्धि योजना के तहत् नलकुप खनन करवाया है, जिसमें कृषि विभाग के सहयोग से सौर सुजला योजना अंतर्गत् 5 एचपी का पंप स्थापित करवाया साथ ही रा.खा.सु.मित्र योजनान्तर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर गोदाम का निर्माण करवाया है। इसके अलावा बीरबल ने सीड प्लाटिंग मटेरियल योजना अंतर्गत एक एकड़ में गेहू की खेती की है जिससे उनके कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई है।
इसी प्रकार मत्स्य विभाग के द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत् एक एकड़ में अनुदान योजना के तहत् तालाब का निर्माण कार्य कराया गया है साथ ही मछली बीज, मछली दाना एवं फिसिंग हेतु बड़ा जाल उपलब्ध कराया गया है उक्त तालाब में मछली पालन कर अच्छा आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहा है। पशुपालन विभाग द्वारा कडक नाथ मुर्गा, ब्रायलर मुर्गा तथा बतख प्रदान किया गया है। बीरबल तालाब के ऊपर मुर्गी सेड तैयार कर वहीं मुर्गी पालन एवं बतख पालन कर रहे है। जिससे भी उन्हें अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है। उद्यान विभाग के द्वारा बाड़ी विकास योजना के अंतर्गत आम, लीची एवं पपीता की अच्छी किस्म फलदार पौधे प्रदाय किया गया है। जिसका रोपण उन्होंने तालाब के चारों किनारों में किया है। इन पौधों के माध्यम से भी उन्हें अतिरिक्त आय की भी प्राप्ति होगी। साथ ही तालाब किनारे पौधरोपण से मिट्टी का कटाव भी रूका है एवं फार्म हाउस की सुन्दरता भी बढ़ी है। वर्तमान समय में बीरबल का फार्म हाउस काफी आकर्षक एवं सुन्दर दिखाई पड़ रहा है।
बीरबल ने बताया कि फार्म से प्राप्त आय से ही उन्होंने अपने फार्म हाउस को पूर्ण रूप से तार फेसिंग करवाया है जिससे फसलों की जानवरों से सुरक्षा हो सके तथा बिना किसी व्यवधान के वर्ष भर कृषि एवं अन्य गतिविधि संचालित कर सके। उन्होंने बताया कि जिस जमीन से मुश्किल से 10-15 हजार की वार्षिक आमदनी होती थी वह आज बढ़कर लगभग दो लाख हो गई है। बीरबल ने बताया कि यह विभिन्न विभागों के सहयोग से संभव हो पाया है तथा वे इस हेतु सभी विभागों का हार्दिक आभारी है। वे अपने क्षेत्र के अन्य कृषकों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गए है। जिससे वे भी शासन के विभिन्न विभागों से सहयोग प्राप्त कर अपनी आमदनी को बढ़ाए। आज बीरबल का फार्म हाउस एक मल्टीएक्टीविटी सेंटर के रूप में स्थापित हो चुका है जिसके लिए उन्होंने शासन, प्रशासन एवं सभी विभागों को सहृदय धन्यवाद दिया है।