Home छत्तीसगढ़ कोविड संक्रमित ओम गिरिगोस्वामी स्वस्थ होकर वापस पहुंचे घर

कोविड संक्रमित ओम गिरिगोस्वामी स्वस्थ होकर वापस पहुंचे घर

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कोविड  संक्रमितों का सफल इलाज कर आदर्श स्थापित कर रहा है महुदा का कोविड अस्पताल सह केयर सेंटर
सामयिक ईलाज  और आत्मीय व्यवहार से स्वस्थ हो रहे कोरोना संक्रमित

 जांजगीर-चांपा 30 अप्रैल 2021

जांजगीर चांपा जिले के बलोदा खंड स्थित कोविड अस्पताल, केयर सेंटर के चिकित्सक और उनके स्टाफ की प्रतिबद्ध कार्यप्रणाली से कोविड संक्रमित मरीज़ लाभान्वित हो रहे हैं। इस सेंटर के चिकित्सकों की कार्यप्रणाली और सकारात्मक ब्यवहार से कोरोना संक्रमित तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं । अनेक संक्रमित मरीजों का सफल इलाज कर इस केयर सेंटर ने एक आदर्श स्थापित किया है।
      कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के मार्ग दर्शन में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए जिला अस्पताल, कोविड केयर सेंटर्स में समुचित प्रबंध किये गये है। आवश्यक दवाइयां, आक्सीजन बेड, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। साफ-सफाई, पौष्टिक भोजन, शुद्ध पेयजल, विद्युत व्यवस्था के लिए लगाए गए कर्मचारी समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। चिकित्सकों के समुचित ईलाज और स्वास्थ्य कर्मचारियों के निष्ठापूर्वक कार्य, सकारात्मक आत्मीय व्यवहार से मरीजों का मनोबल बढ़ रहा है। फलस्वरूप गंभीर कोविड संक्रमित मरीज भी स्वस्थ हो रहे हैं।
     बलौदा ब्लॉक के ग्राम खैजा निवासी 45 वर्षीय श्री ओम गिरी गोस्वामी 18 अप्रैल को गंभीर हालत में महुदा कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे। समुचित ईलाज के फलस्वरूप पूरी तरह स्वस्थ होने पर उन्हें गुरूवार 29 अप्रैल को डिस्चार्ज किया गया। श्री ओम ने जिला प्रशासन, चिकित्सको, स्वास्थ कर्मचारियो, सफाई कर्मीयो के प्रति आभार व्यक्त किया है।
      भर्ती के समय श्री ओम का ऑक्सीजन लेवल 82 प्रतिशत था। सांस लेने में बहुत तकलीफ थी, धड़कन बहुत तेज़ चल रहा था। उसकी  हालत बहुत गंभीर थी। सेंटर पहुंचने पर डॉ रामायण सिंह, आरएमए डॉ नील सागर यादव, श्री वीरेंद्र केसरवानी, श्री के के देवांगन, बीपीएम श्री पार्थ सिंह ने तत्काल ईलाज प्रारंभ किया। मनोवैज्ञानिक परामर्श से मरीज का हौसला बढ़या। आवश्यक दवाई, इंजेक्शन व आईवी दिया गया। स्टाफ नर्स श्वेता सिंह, संतोषी जगत, बबीता जोगी, वार्ड बॉय वीर सिंह, प्रकाश यादव, स्वीपर अशु महंत, लक्ष्मण की टीम ने भी समर्पित भाव से सेवा किया। पौष्टिक भोजन और साफ-सफाई पर भी जोर दिया गया। तीन दिन में ही ओम का स्वास्थ समान्य हो गया। चिकित्सकों की निगरानी में पिछले सात दिनों से बिना आक्सीजन मास्क के उनका आक्सीजन प्रतिशत 97 से 98 के बीच दर्ज किया गया।