रायपुर 7 मई 2021राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने आज कोरबा जिला अस्पताल के नये भवन में 35 आक्सीजनयुक्त बेड वाले कोविड अस्पताल का शुभारंभ किया। जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मरीजों को इस अस्पताल से अतिरिक्त सुविधा मिलेगी। इस नये कोविड अस्पताल में आक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध होने से अब मॉडरेट संक्रमण वाले कोविड मरीजों को ईलाज के लिए अन्य बड़े अस्पतालों में रिफर नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल में सेंट्रल ऑक्सीजन वितरण प्रणाली के तहत 25 बिस्तरों पर अभी आक्सीजन सप्लाई की सुविधा है। वहीं 10 बिस्तरों पर सिलेंडर लगाकर मरीजों को आक्सीजन दी जा सकेगी। अस्पताल में अगले दो दिनों में मरीजों की भर्ती भी शुरू हो जायेगी। इस नये अस्पताल में अगले एक सप्ताह में गंभीर कोरोना मरीजों के पूर्ण इलाज के लिए पांच नये वेंटिलेटर और 15 नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर यूनिट भी लगाई जायेंगी। मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले में कोरोना मरीजों के ईलाज के लिए सभी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। कोरबा जिले में कोरोना संक्रमितों के ईलाज के लिए कोविड अस्पतालों में सुविधाएं विकसित कर ली गई हैं। निजी, शासकीय अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटरों को मिलाकर लगभग एक हजार 800 बिस्तरों की क्षमता कोरबा जिले में पिछले दो माह में ही विकसित की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में ऑक्सीजन और स्वास्थ्य संसाधनों की कोई कमी नहीं है। मेडिकल स्टॉफ, दवाईयां एवं ऑक्सीजीनेटेड बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता जिले के कोविड अस्पतालों में सुनिश्चित की गई है। राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले के कोरोना संक्रमित लोगों को बेहतर इलाज मिल सके, इसके लिए जिला अस्पताल के नये भवन में कोविड अस्पताल में ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई गई है। पहले जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में ही कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए केवल 10 बेडों पर सिलेंडरों के माध्यम से आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध थी। पर्याप्त ऑक्सीजनयुक्त बिस्तर नहीं होने के कारण कोविड मरीजों को ईएसआईसी अस्पताल में रिफर करना पड़ता था। इस बीच मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती थी और उन्हें ठीक करने में डाक्टरों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। ऐसे गंभीर मरीजों को जल्द से जल्द उचित ईलाज मिल सके इसके लिए जिला अस्पताल में भी ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की संख्या में वृद्धि की गई है। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, नगर निगम के सभापति श्री श्यामसुंदर सोनी, सिविल सर्जन डॉ. अरूण तिवारी, नोडल अधिकारी श्री आशीष देवांगन, हॉस्पिटल कंसलटेंट डॉ. देवेन्द्र गुर्जर एवं अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद थे।